ग़ुस्सा एक ऐसा एहसास है जो हर रिश्ते में देखने को मिलता है। चाहे वह प्यार (Pyar Me Gussa Shayari) हो, दोस्ती हो या कोई और रिश्ता, कभी-कभी ग़ुस्सा आना स्वाभाविक है। लेकिन सही शब्दों में इसे व्यक्त करना बहुत ज़रूरी होता है। ग़ुस्सा शायरी (Gussa Shayari in Hindi) के ज़रिए हम अपने दिल की बात कह सकते हैं और अपनी भावनाओं को खूबसूरती से ज़ाहिर कर सकते हैं।
ग़ुस्सा सिर्फ नाराज़गी नहीं, बल्कि किसी अपने की परवाह और प्यार की गहराई को भी दर्शाता है। कभी यह मोहब्बत में रूठने-मनाने का हिस्सा होता है (Gussa Manane Wali Shayari), तो कभी आत्मसम्मान से जुड़ा होता है (Gussa Attitude Shayari)। इस पोस्ट में हम आपको ग़ुस्से पर बेहतरीन शायरियाँ (Gussa Par Shayari) देने जा रहे हैं, जो आपकी भावनाओं को खूबसूरत शब्दों में बयां करेंगी।
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Pyar Me Gussa Shayari
जब प्यार में ग़ुस्सा आता है, तो उसमें भी एक अलग ही मिठास होती है। प्यार में रूठना-मनाना (Pyar Me Gussa Shayari in Hindi) रिश्ते को और गहरा बना देता है।
ग़ुस्सा तेरा प्यार की गहराई बताता है,
पर तेरा ख़ामोश रहना मुझे तड़पाता है।
नाराज़ होना भी हक़ है तेरा,
पर यूँ दूर ना जा, तुझ बिन जी नहीं सकता।
तेरा ग़ुस्सा भी मुझे प्यारा लगता है,
क्योंकि उसके पीछे बस प्यार ही दिखता है।
जब तुम ग़ुस्सा होते हो, तब भी हसीन लगते हो,
बस डर लगता है कि कहीं दूर ना चले जाओ।
ग़ुस्से में भी तेरा नाम लेता हूँ,
क्योंकि नाराज़गी से प्यार कम नहीं होता।
अगर ग़ुस्सा है तो कर लो,
पर मेरा हाथ कभी मत छोड़ो।
तेरा ग़ुस्सा भी मेरी जान है,
तू ही मेरी पहली और आख़िरी पहचान है।
ग़ुस्से में भी तेरा ख्याल रखते हैं,
तुझसे नाराज़ होने का हक़ हमें कहाँ!
नाराज़ हो तो बस एक बार कह देना,
हम तो जान भी दे देंगे तुझे मनाने के लिए।
प्यार में ग़ुस्सा चलता है,
पर तेरा चुप रहना मार देता है।
तेरा ग़ुस्सा भी मेरा नसीब है,
क्योंकि उसमें भी तेरा प्यार छिपा हुआ है।
मुझसे ग़ुस्सा होना तेरा हक़ है,
पर मुझसे दूर जाना मेरी सज़ा मत बना।
प्यार में ग़ुस्सा हो जाता है,
पर सच तो ये है कि प्यार कभी कम नहीं होता।
तेरा ग़ुस्सा भी मंज़ूर है मुझे,
क्योंकि तुझसे बिछड़ने से बड़ा कोई दर्द नहीं।
ग़ुस्से में भी तेरा नाम लूँ,
क्योंकि तेरा प्यार मेरी जान है।
Gussa Manane Wali Shayari
अगर कोई अपना आपसे नाराज़ हो जाए, तो उसे मनाने की कोशिश ज़रूर करनी चाहिए। ग़ुस्सा मनाने वाली शायरी (Gussa Manane Ki Shayari) दिलों को जोड़ने का सबसे प्यारा तरीका हो सकता है।
तुम्हारी नाराज़गी मेरी जान ले लेगी,
आ जाओ वरना साँसें भी साथ छोड़ देंगी।
ग़ुस्सा हो तो एक बार बता देना,
हम मुस्कान से तुम्हारी नाराज़गी चुरा लेंगे।
अगर ग़ुस्सा हो तो हमें माफ कर दो,
क्योंकि तुम्हारे बिना हम अधूरे हैं।
माना कि गलती हमारी थी,
पर सज़ा इतनी मत देना कि हम टूट जाएँ।
तुम्हारी नाराज़गी सह नहीं सकते,
आओ और हमें अपना बना लो।
ग़ुस्सा मनाने का सबसे अच्छा तरीका है,
प्यार से गले लग जाना।
जितना भी ग़ुस्सा हो, एक बार मुस्कुरा दो,
सब ठीक हो जाएगा।
तुमसे नाराज़ होना हमारी आदत नहीं,
पर तुम्हें मनाना हमारा इरादा है।
अगर गलती हो गई हो तो माफ कर दो,
आखिर प्यार में नाराज़गी भी मीठी होती है।
ग़ुस्से में रहोगे तो प्यार कैसे करोगे? आओ,
सब भूलकर नए सिरे से शुरू करें।
जब तुम रूठ जाते हो,
तब हमारी हंसी भी ग़ायब हो जाती है।
नाराज़ हो तो प्यार से बोल दो,
हम तुम्हारी हर बात मानने को तैयार हैं।
हमारा प्यार इतना कमजोर नहीं,
कि एक ग़लती पर खत्म हो जाए।
तुम ग़ुस्सा करो, हमें अच्छा लगता है,
बस हमें छोड़कर मत जाना।
अगर ग़ुस्सा करना ही है,
तो हम पर नहीं, हमारी तक़दीर पर करो।
Gussa Attitude Shayari
कुछ लोग अपने ग़ुस्से को आत्मसम्मान (Attitude Gussa Shayari) से जोड़कर देखते हैं। अगर आपको भी अपने ग़ुस्से को शायरी के ज़रिए जाहिर करना है, तो ये शायरियाँ आपके लिए हैं।
मेरा ग़ुस्सा मेरा स्टाइल है,
इसे संभाल सको तो पास आओ।
जो मेरी कदर नहीं करता,
उसके लिए मेरा ग़ुस्सा जायज़ है।
हमसे जलने वालों को एक सलाह,
हमारा ग़ुस्सा तुमसे भी तेज़ है।
जब हम ग़ुस्से में आते हैं,
तब अच्छे-अच्छों की बोलती बंद हो जाती है।
मेरा ग़ुस्सा मेरी पहचान है,
इसे हल्के में मत लेना।
जिस दिन हमने ग़ुस्सा दिखा दिया,
उस दिन तुम्हारी अकड़ मिटा देंगे।
ग़ुस्सा हमारा प्यार पर नहीं,
बेवफाओं पर आता है।
तमीज़ से बात करना सीख लो,
क्योंकि मेरा ग़ुस्सा बहुत तेज़ है।
हमसे पंगा मत लेना,
हमारा ग़ुस्सा बहुत भारी पड़ सकता है।
हमारा ग़ुस्सा भी हमारी तरह यूनिक है,
हर किसी के लिए नहीं आता।
कुछ लोग सोचते हैं कि हम झुक जाएंगे,
पर उन्हें हमारा ग़ुस्सा नहीं पता।
हमारा ग़ुस्सा भी हमारी तरह कातिलाना है,
ज़रा संभलकर रहना।
हम प्यार से भी जीत सकते हैं,
और ग़ुस्से से भी।
हम ग़ुस्से में भी दिल जीतना जानते हैं,
बस सामने वाला अपना लहज़ा ठीक रखे।
ग़ुस्सा करने के बाद माफ़ी नहीं माँगते,
क्योंकि जो सही हैं, वो सही ही रहते हैं।
Gussa Control Shayari
ग़ुस्सा इंसान को भीतर से जलाने लगता है, इसलिए इसे काबू में रखना बहुत ज़रूरी होता है। ग़ुस्सा कंट्रोल शायरी (Gussa Par Shayari) आपको अपने ग़ुस्से पर काबू पाने में मदद कर सकती है।
ग़ुस्सा इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है,
इसे जीतना ही असली ताकत है।
जब भी ग़ुस्सा आए,
चुप रहना सबसे बेहतर तरीका है।
ग़ुस्सा इंसान की सोच को मार देता है,
इसलिए इसे काबू में रखना ज़रूरी है।
ग़ुस्से में लिया गया हर फैसला,
पछतावे में बदल जाता है।
जो अपने ग़ुस्से को जीत लेता है,
वही असली जीत हासिल करता है।
ग़ुस्से से सिर्फ अपना ही नुकसान होता है,
इसलिए इसे खुद पर हावी मत होने दो।
जब भी ग़ुस्सा आए,
अपने सबसे प्यारे लम्हों को याद कर लो।
ग़ुस्से में रिश्ते टूटते हैं,
और सुकून भी खो जाता है।
माफ करना सीखो,
क्योंकि ग़ुस्सा तुम्हें अंदर से खा जाता है।
जो ग़ुस्से में भी धैर्य रखे,
वही सच्चा इंसान कहलाता है।
ग़ुस्सा शांत करना आसान नहीं,
पर नामुमकिन भी नहीं।
जब भी ग़ुस्सा आए,
गहरी सांस लो और खुद को शांत करो।
ग़ुस्से को काबू में रखना,
सबसे बड़ी ताकत होती है।
ग़ुस्से से नहीं,
प्यार से सब कुछ हल होता है।
जो अपने ग़ुस्से पर काबू पा लेता है,
वही जिंदगी में सबसे आगे बढ़ता है।
Gussa Wali Shayari
अगर किसी ने आपको नाराज़ कर दिया है और आप अपनी भावनाओं को शायरी के ज़रिए बताना चाहते हैं, तो ग़ुस्सा वाली शायरी (Gussa Wali Shayari in Hindi) सबसे अच्छा तरीका हो सकता है।
ग़ुस्सा करना आसान है,
पर उसे सही जगह दिखाना एक कला है।
मेरा ग़ुस्सा मेरी शान है,
इसे झेल सको तो ही मेरे साथ रहो।
प्यार में ग़ुस्सा भी होता है,
पर उसका मतलब नफरत नहीं होता।
ग़ुस्से में लिए गए फ़ैसले,
अक्सर पछतावे में बदल जाते हैं।
जब ग़ुस्सा आता है,
तब सबसे पहले अपने ही खो जाते हैं।
हम चुप रहते हैं,
इसका मतलब ये नहीं कि हमें ग़ुस्सा नहीं आता।
ग़ुस्सा उसी पर आता है,
जिससे हम सबसे ज़्यादा प्यार करते हैं।
मेरे ग़ुस्से से बचकर रहना,
वरना पछताने का मौक़ा भी नहीं मिलेगा।
ग़ुस्से में इंसान को खुद पर ही काबू नहीं रहता,
इसीलिए उसे संभालना जरूरी है।
जब दिल दुखता है, तब ग़ुस्सा नहीं,
बस ख़ामोशी होती है।
हम ग़ुस्सा भी प्यार से करते हैं,
बस सामने वाला समझ जाए तो अच्छा हो।
मेरा ग़ुस्सा मेरी ताकत भी है,
और मेरी सबसे बड़ी कमजोरी भी।
दौलत से खुद को बादशाह मत समझ,
असली इज्जत सिर्फ कर्मों से मिलती है।
अगर मेरे ग़ुस्से को झेल सको,
तो ही मेरी दोस्ती के काबिल हो।
जब अपने ही ग़ुस्सा करने लगें,
तो समझो मोहब्बत गहरी हो चुकी है।
Gussa Par Shayari
ग़ुस्सा कई बार रिश्तों को बिगाड़ भी सकता है और सुधार भी सकता है। ग़ुस्सा पर शायरी (Shayari on Gussa) के ज़रिए आप अपने ग़ुस्से को शब्दों में ढाल सकते हैं।
ग़ुस्सा इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है,
इसलिए इसे संभालना ज़रूरी है।
जब ग़ुस्सा आता है,
तब समझ नहीं आता कि सही क्या है और गलत क्या।
ग़ुस्से में लिया गया फ़ैसला,
हमेशा ज़िंदगी भर का पछतावा देता है।
ग़ुस्सा इंसान की सोच को मार देता है,
और रिश्तों को बर्बाद कर देता है।
ग़ुस्सा वहीं आता है,
जहां दिल से जुड़ाव होता है।
किसी का ग़ुस्सा मत बढ़ाओ,
क्योंकि कभी-कभी ये खतरनाक साबित होता है।
जब भी ग़ुस्सा आए,
एक बार सोच लेना कि क्या ये ज़रूरी है?
ग़ुस्से को काबू में रखना ही,
इंसान की असली समझदारी होती है।
जो ग़ुस्से को प्यार से जीत लेता है,
वही सबसे बड़ा इंसान कहलाता है।
ग़ुस्से से भले ही जीत जाओ,
पर रिश्ते हमेशा के लिए हार जाते हैं।
सबसे बड़ा योद्धा वही है,
जो ग़ुस्से को खुद पर हावी नहीं होने देता।
अगर ग़ुस्सा करोगे,
तो अपने ही बिछड़ जाएंगे।
ग़ुस्से में तो अच्छे-अच्छे गलतियां कर बैठते हैं,
फिर भी हम इंसान खुद को सही समझते हैं।
ग़ुस्सा इंसान के मन को जलाता है,
और रिश्तों को भी खाक कर देता है।
जब तुम मुझसे ग़ुस्सा होते हो,
तब भी मैं तुमसे प्यार ही करता हूँ।
Gussa Status Shayari in Hindi
सोशल मीडिया पर अपने ग़ुस्से को व्यक्त करने के लिए लोग ग़ुस्सा स्टेटस शायरी (Gussa Status Shayari in Hindi) का सहारा लेते हैं। यहाँ आपको ऐसे ही कुछ बेहतरीन स्टेटस मिलेंगे।
हमारा ग़ुस्सा हमारी इज़्ज़त की तरह है,
जो हर किसी के सामने नहीं आता।
लोग कहते हैं, मुझे ग़ुस्सा बहुत आता है,
पर क्या करें, कुछ लोगों की हरकतें ही ऐसी होती हैं।
अगर मुझसे प्यार करते हो,
तो मेरे ग़ुस्से को भी समझो।
ग़ुस्सा वही करता है,
जिसे किसी की परवाह होती है।
हमें ग़ुस्सा नहीं,
लोगों की फालतू हरकतें दिल दुखाती हैं।
अगर ग़ुस्सा हमारी आदत है,
तो हमें मनाना तुम्हारी ज़िम्मेदारी है।
जब इंसान को उसकी कदर नहीं मिलती,
तब वो ग़ुस्सा करना सीख जाता है।
ग़ुस्से में जो शब्द निकलते हैं,
वो अक्सर रिश्तों को खत्म कर देते हैं।
ग़ुस्से में इंसान कुछ पल के लिए खुदा बन जाता है,
और हर किसी को सज़ा देने की सोचता है।
जिंदगी में पैसा कमाने से ज्यादा,
उसे सही जगह खर्च करना जरूरी है।
ग़ुस्से में इंसान सही और गलत भूल जाता है,
और सिर्फ बदला लेने की सोचता है।
हमें ग़ुस्सा खुद पर आता है,
जब हम किसी को दिल से चाहकर भी उसका दिल नहीं जीत पाते।
पैसा कमाने के लिए रिश्तों की कुर्बानी मत दो,
वरना अंत में सिर्फ अकेलापन बचेगा।
कभी-कभी ग़ुस्सा करना ज़रूरी होता है,
ताकि लोग तुम्हारी कदर करना सीखें।
ग़ुस्से को कंट्रोल में रखना,
नहीं तो ये तुम्हारे ही अपनों को तुमसे दूर कर देगा।
BF Gussa Shayari
अगर आपका बॉयफ्रेंड (BF) ग़ुस्सा (Gussa BF Shayari) हो गया है, तो उसे मनाने के लिए शायरी का सहारा लीजिए। यह प्यार को और मजबूत बना सकती है।
ग़ुस्सा करोगे तो मना भी लेंगे,
पर यूँ दूर जाओगे तो सह नहीं पाएंगे।
ग़ुस्से में हो तो अच्छा लगता है,
कम से कम कोई तो है जिसे हमारी परवाह है।
BF का ग़ुस्सा प्यार का इज़हार होता है,
बस उसे समझने का हुनर चाहिए।
तुम्हारे ग़ुस्से से डर नहीं लगता,
तुम्हारी ख़ामोशी से डर लगता है।
जब BF ग़ुस्सा होता है,
तब मोहब्बत और भी गहरी हो जाती है।
ग़ुस्सा जितना भी कर लो,
आखिर में बाहों में आना ही पड़ेगा।
मुझे अच्छा लगता है जब तुम मुझसे नाराज़ होते हो,
क्योंकि उसमें भी प्यार ही झलकता है।
तुम्हारा ग़ुस्सा भी कितना प्यारा है,
जैसे बादलों में छुपा हुआ चाँद!
BF अगर ग़ुस्सा करे तो मत घबराना,
वो प्यार भी उतना ही करता है जितना ग़ुस्सा।
तेरे ग़ुस्से में भी तेरा प्यार दिखता है,
मैं तुझे कैसे छोड़ दूँ?
ग़ुस्सा करना तुम्हारा हक़ है,
पर हमें मनाने का भी एक मौक़ा देना।
BF अगर ग़ुस्सा करे तो समझो,
उसे तुम्हारी फिक्र सबसे ज़्यादा है।
ग़ुस्सा तेरा तेरा हक़ है,
पर प्यार करना हमारा फ़र्ज़ है।
BF अगर ग़ुस्सा करे तो मत छोड़ना,
क्योंकि वही सबसे ज़्यादा प्यार करता है।
तेरी नाराज़गी में भी प्यार है,
बस उसे महसूस करने की ज़रूरत है।
Husband Se Gussa Shayari
कई बार शादीशुदा ज़िंदगी में भी ग़ुस्सा देखने को मिलता है। पति से ग़ुस्सा शायरी (Husband Gussa Shayari) रिश्ते को और मजबूत बनाने का एक खूबसूरत तरीका हो सकता है।
पति-पत्नी का रिश्ता ग़ुस्से और प्यार का खेल है,
जहाँ दोनों एक-दूसरे को मनाते हैं।
तुम्हारा ग़ुस्सा भी मुझे प्यारा लगता है,
क्योंकि उसमें भी तुम्हारा प्यार झलकता है।
ग़ुस्सा कर लो जितना करना है,
आखिर में आना तो मेरी बाहों में ही है।
तुम्हारे ग़ुस्से से डर नहीं लगता,
पर तुम्हारी ख़ामोशी से घबराहट होती है।
पति-पत्नी के रिश्ते में ग़ुस्सा भी हो,
तो समझो प्यार गहरा है।
तुम जितना भी ग़ुस्सा करो,
पर मैं तुम्हें हर हाल में मनाऊँगी।
पति-पत्नी का प्यार ग़ुस्से से परे होता है,
वो जितना नाराज़ होते हैं, उतना ही करीब आ जाते हैं।
ग़ुस्सा कर लो, रूठ जाओ,
पर छोड़कर मत जाना!
अगर तुम ग़ुस्से में हो,
तो मैं प्यार से तुम्हें मना लूँगी।
तुम्हारा ग़ुस्सा भी मुझे हक़ से चाहिए,
जैसे तुम्हारा प्यार चाहिए।
अगर पति ग़ुस्सा करे तो मत डरना,
क्योंकि वो ही सबसे ज़्यादा तुम्हारा ख्याल रखता है।
ग़ुस्से में लिया गया हर फ़ैसला,
कभी-कभी रिश्तों को तोड़ देता है।
तुम्हारे ग़ुस्से के बिना,
हमारी ज़िंदगी अधूरी लगती है।
ग़ुस्सा करना भी प्यार की एक निशानी है,
बस उसे समझने की ज़रूरत है।
पति का ग़ुस्सा तो बस दिखावा होता है,
असल में वो दिल से बहुत प्यार करता है।
Dost Ka Gussa Shayari
सच्चे दोस्त कभी-कभी ग़ुस्सा भी करते हैं, लेकिन उनका ग़ुस्सा भी प्यार की ही निशानी होता है। दोस्त के ग़ुस्से पर शायरी (Dost Gussa Shayari) के ज़रिए आप अपनी दोस्ती को और मजबूत बना सकते हैं।
दोस्ती में ग़ुस्सा भी होता है,
पर वो नफरत नहीं, अपनापन होता है।
अगर दोस्त ग़ुस्सा कर रहा है,
तो समझो वो तुम्हें बहुत पसंद करता है।
तू जितना भी ग़ुस्सा कर ले दोस्त,
पर तुझे छोड़ने का ख्याल कभी नहीं आएगा।
सच्चे दोस्त का ग़ुस्सा भी प्यार की तरह होता है,
जो बस कुछ पलों का मेहमान होता है।
दोस्त का ग़ुस्सा कुछ पल का होता है,
पर दोस्ती उम्र भर की होती है।
अगर दोस्त ग़ुस्सा कर रहा है,
तो उसे प्यार से मना लेना चाहिए।
दोस्ती में प्यार भी होता है,
और कभी-कभी ग़ुस्सा भी।
तेरी नाराज़गी भी हमें मंज़ूर है,
बस तेरा साथ कभी मत छोड़ना।
ग़ुस्सा करने के लिए भी दोस्ती चाहिए,
वरना अनजान लोग तो बस चले जाते हैं।
तेरा ग़ुस्सा भी हमें प्यारा लगता है,
क्योंकि उसमें भी दोस्ती की झलक होती है।
सच्चे दोस्त कभी नाराज़ नहीं होते,
बस थोड़ी देर के लिए ग़ुस्सा दिखाते हैं।
पैसा तो रोज कमाया जा सकता है,
मगर बीता हुआ समय नहीं लौटता।
तेरी नाराज़गी से ज़्यादा,
तेरी दोस्ती हमारे लिए अहम है।
दोस्ती में लड़ाई भी होती है,
और उसी से रिश्ता और मजबूत बनता है।
तेरा ग़ुस्सा भी हमें मंज़ूर है,
पर तेरा साथ हर हाल में चाहिए।
Gussa shayari image and Status



Conclusion
ग़ुस्सा हर किसी की ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा होता है, लेकिन इसे सही तरीके से व्यक्त करना बहुत ज़रूरी होता है। ग़ुस्सा शायरी (Gussa Shayari in Hindi) के ज़रिए हम अपने मन की बात उन लोगों तक पहुँचा सकते हैं, जिनसे हम नाराज़ हैं या जो हमसे नाराज़ हैं। रिश्तों को बचाने और उन्हें और मजबूत बनाने के लिए कभी-कभी शब्दों का सही इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी होता है।
अगर आपके रिश्तों में भी कभी ग़ुस्से की वजह से दूरियाँ आई हैं, तो ग़ुस्सा मनाने वाली शायरी (Gussa Manane Wali Shayari) से उन दूरियों को खत्म किया जा सकता है। उम्मीद है कि ये शायरियाँ आपके दिल की बात कहने में आपकी मदद करेंगी।
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FAQs
ग़ुस्सा शायरी (Gussa Shayari) किसके लिए इस्तेमाल की जाती है?
ग़ुस्सा शायरी (Shayari on Gussa) उन लोगों के लिए होती है जो अपने ग़ुस्से को व्यक्त करना चाहते हैं या किसी को मनाने के लिए शब्दों का सहारा लेना चाहते हैं।
ग़ुस्सा स्टेटस शायरी (Gussa Status Shayari in Hindi) का कहाँ उपयोग किया जाता है?
ग़ुस्सा स्टेटस शायरी को सोशल मीडिया (WhatsApp, Facebook, Instagram) पर शेयर करके अपनी भावनाओं को व्यक्त किया जा सकता है।
क्या ग़ुस्सा प्यार की निशानी हो सकता है?
हाँ, कई बार ग़ुस्सा भी प्यार की निशानी होता है। जब कोई व्यक्ति हमें पसंद करता है, तो वह हमारी छोटी-छोटी बातों पर भी ग़ुस्सा कर सकता है। प्यार में ग़ुस्सा शायरी (Pyar Me Gussa Shayari) इसका सबसे अच्छा उदाहरण है।