Shayarist

अकेलापन (Akelapan) एक ऐसा एहसास है, जो हर किसी के जीवन में कभी न कभी आता ही है। यह एहसास कभी दर्द बनकर आता है, तो कभी आत्मनिर्भरता की ताकत देता है। जब दिल उदास होता है और अपनों का साथ छूट जाता है, तब अकेलापन हमें घेर लेता है। ऐसे में अकेलापन शायरी (Akelapan Shayari) हमारे जज्बातों को शब्दों में पिरोने का सबसे खूबसूरत तरीका बन जाती है।

अकेलापन पर शायरी (Shayari on Akelapan) दर्द, तन्हाई, और मजबूती को दर्शाती है। चाहे आप किसी के बिछड़ने के ग़म में हों या अकेले चलने की हिम्मत रख रहे हों, Akela Shayari आपके जज़्बातों को सही तरीके से बयां करने में मदद करती है। इस पोस्ट में आपको अकेलापन शायरी हिंदी में (Akelapan Shayari in Hindi) के कई शानदार संग्रह मिलेंगे।

Akela Shayari

जब इंसान खुद को पूरी दुनिया में अकेला महसूस करता है, तब अकेला शायरी (Akela Shayari in Hindi) उसकी भावनाओं को शब्दों में पिरोने का सबसे अच्छा तरीका होती है।

तन्हाइयों में दिल को संभालना सीख लिया,

भीड़ में भी अब खुद को अकेला पा लिया।

रास्तों पर चलते-चलते मंज़िलें खो गईं,

हम अकेले थे, और तनहाइयाँ रो गईं।

अकेलापन भी एक आदत बन गई है,

अब तो ख़ुद की ही बातें सुकून देती हैं।

भीड़ में रहकर भी तन्हा हूँ मैं,

खुद की परछाई से भी ज्यादा वफा चाहूँ मैं।

ज़िंदगी ने तन्हा कर दिया इस तरह,

अब किसी के बिना भी रह सकते हैं हम।

दिल को अब अकेलेपन की आदत हो गई,

हंसते चेहरों के पीछे उदासी खो गई।

कभी भीड़ में भी खुद को तन्हा पाया,

कभी तन्हाई में भी खुद को मुस्कुराया।

साथ निभाने की बातें बहुत हुईं,

पर अकेले ही चलना हमारी हकीकत हुई।

दर्द से गहरा कोई दोस्त नहीं मिला,

तन्हाई से बढ़कर कोई हमसफ़र नहीं मिला।

चाहा था किसी का साथ मिलेगा,

पर अकेलापन ही हमारा हाथ थामे रहा।

अकेलापन अब सुकून सा लगता है,

हर दर्द का मरहम सा लगता है।

लोग आए और गए,

अकेलापन ही हमारी पहचान बन गया।

जब कोई नहीं होता पास,

तब तन्हाई ही बनती है दिल की आवाज़।

अपनी तन्हाई को ही अब हमसफ़र बना लिया,

भीड़ में रहकर भी खुद को समझा लिया।

जब तक कोई था, तब तक परवाह नहीं थी,

अब जब कोई नहीं, तब तन्हाई अपनी है।

Akelapan Shayari in Hindi

कभी-कभी अकेलापन हमें कमजोर करता है, तो कभी सोचने का नया नजरिया देता है। अकेलापन शायरी (Akelapan Shayari in Hindi) उन्हीं एहसासों को शब्दों में बयां करती है।

इस दुनिया में सब अपने हैं,

फिर भी दिल अकेला क्यों रहता है?

तन्हाइयों से अब डर नहीं लगता,

खुद से मुलाकात हो जाती है।

लोग पास आकर भी दूर चले जाते हैं,

अकेलापन ही अब अपना नसीब बन जाता है।

कोई अपना होता तो शायद समझता,

अकेलेपन में भी कितना दर्द होता है।

अकेले चलना हमने कब चाहा था,

पर हालात ने हमें तन्हा बना दिया।

रातों को तन्हाई सताती है,

दिन में यह दुनिया रुलाती है।

अकेले रहकर भी मुस्कुराना सीख लिया,

दर्द को छुपाना और जीना सीख लिया।

अकेलापन अब अपना सा लगता है,

हर खुशी से ज्यादा सुकून सा लगता है।

दिल में एक अजीब सी खामोशी है,

शायद अकेलापन अब अपनी पहचान बन गया।

इस तन्हाई का कोई अंत नहीं,

बस वक्त के साथ दर्द कम नहीं होता।

एक वक्त था जब लोग अपने लगते थे,

आज अकेलापन ही सबसे करीब लगता है।

जितना प्यार किया, उतना दर्द मिला,

अब अकेले रहना ही सुकून लगता है।

अकेलापन सिर्फ़ एक एहसास नहीं,

यह एक कहानी है, जो हर किसी की जुबानी है।

सबके बीच रहकर भी खुद को अकेला पाया,

जब दर्द मिला, तब अपनों को बेगाना पाया।

2 Line Akelapan Shayari 

तन्हाई का भी अपना मज़ा है, जहां भी जाओ, खुद ही अपना सहारा है।

तन्हाई का भी अपना मज़ा है,

जहां भी जाओ, खुद ही अपना सहारा है।

अकेलापन अब हमें अच्छा लगने लगा,

क्योंकि इसमें कोई धोखा नहीं देता।

जब से तन्हाई ने गले लगाया,

अब किसी और के सहारे की चाहत नहीं रही।

अकेले चलना अब हमारी फितरत बन गई,

कोई साथ हो या ना हो, कोई शिकायत नहीं रही।

भीड़ में भी खुद को तन्हा पाया,

जब अपनों ने छोड़ा, तब अकेलेपन से रिश्ता बनाया।

तन्हाई से अब कोई शिकायत नहीं,

यह मेरी जिंदगी की हकीकत बन गई।

किसी का सहारा नहीं चाहिए,

अब अकेलापन ही हमारी दुनिया बन गई।

हर दर्द अब अकेले सहने लगे,

खुद से खुद की बातें कहने लगे।

अकेलापन अब आदत सी हो गई,

भीड़ में रहकर भी तन्हाई खो गई।

कोई पास नहीं, कोई खास नहीं,

तन्हाई के सिवा अब कोई साथ नहीं।

अकेले रहने का हुनर सीख लिया,

दर्द को छुपाकर हंसना सीख लिया।

अब तन्हाई से भी डर नहीं लगता,

क्योंकि इसकी आदत हो गई है।

अकेले चलना हमने खुद ही चुना,

क्योंकि साथ निभाने वाले झूठे निकले।

जिंदगी की इस भीड़ में खो गए,

अकेले थे, अकेले ही रह गए।

कभी अपना समझा, कभी पराया बना दिया,

दुनिया ने हमें अकेला बना दिया।

Akela Chhod Diya Shayari

जब कोई अपना हमें बीच रास्ते में छोड़कर चला जाता है, तो अकेला छोड़ दिया शायरी (Akela Chhod Diya Shayari in Hindi) हमारे टूटे हुए दिल की आवाज बन जाती है।

वक़्त ने बदला, लोग भी बदल गए,

जब जरूरत थी, तब अकेला छोड़ गए।

किसी ने साथ निभाने की कसम खाई थी,

आज वही हमें अकेला छोड़कर चला गया।

इस दिल को अब किसी से उम्मीद नहीं,

क्योंकि अपनों ने ही अकेला छोड़ दिया।

वादे किए थे हमेशा साथ निभाने के,

और वही लोग अकेला छोड़ गए।

हम जिनके लिए सबकुछ छोड़ आए,

वही हमें अकेला छोड़ गए।

हर दर्द सह लिया, हर जख्म सह लिया,

लेकिन अपनों का छोड़ जाना सह ना सका।

जो साथ देने का वादा करते थे,

वही बीच राह में अकेला छोड़ गए।

वक्त के साथ लोग बदल जाते हैं,

और हमें तन्हा छोड़ जाते हैं।

कोई इतना भी बेवफा हो सकता है,

सोचा नहीं था, जब तक अकेला छोड़ न दिया।

इस दुनिया की यही रीत है,

जब जरूरत खत्म हुई, तब अकेला छोड़ दिया।

अपनों से धोखा खाया, जब उन्हें जरूरत थी,

तब हम साथ थे, जब हमें थी, तब अकेले रह गए।

जब वक्त खराब हुआ,

तब अपनों ने भी किनारा कर लिया।

किसी को अपना समझा था,

और वही सबसे बड़ा धोखा दे गया।

जब भी किसी पर भरोसा किया,

उसने अकेला छोड़ दिया।

अकेलेपन की आदत हो गई,

क्योंकि दुनिया वालों ने हमें छोड़ दिया।

Akela Rehna Shayari 

कुछ लोग मजबूरी में अकेले रहते हैं, तो कुछ अकेले रहना पसंद करते हैं। अकेला रहना शायरी (Akela Rehna Shayari in Hindi) उन्हीं भावनाओं को व्यक्त करती है।

अकेले रहने का हुनर सीख लिया,

दर्द को हंसकर सहना सीख लिया।

भीड़ में रहकर भी तन्हा हूँ मैं,

अकेलेपन को अब अपना लिया हूँ मैं।

किसी से कोई शिकायत नहीं,

अब अकेले रहना ही मेरी राहत सही।

किसी से कोई शिकायत नहीं,

अब अकेले रहना ही मेरी राहत सही।

अकेला रहकर भी खुश रहना सीखा है,

दर्द सहकर भी मुस्कुराना सीखा है।

अकेले रहकर ही खुद को पहचाना,

इस दुनिया में कोई नहीं अपना माना।

भीड़ में खोकर भी अकेला ही था,

बस यह बात देर से समझा था।

अकेलापन अब दर्द नहीं देता,

यह तो बस खुद से प्यार करना सिखाता है।

अकेले रहना बुरा नहीं होता,

अगर खुद से मोहब्बत हो जाए तो।

अकेले रहकर भी मुस्कुराते हैं,

दिल के जख्म सबसे छुपाते हैं।

अकेले रहकर भी मुस्कुराते हैं,

दिल के जख्म सबसे छुपाते हैं।

अकेलापन अब बोझ नहीं लगता,

बल्कि यह मेरी ताकत सा लगता है।

जो साथ थे, वो छोड़ गए,

अब अकेले रहने में ही सुकून है।

खुद को तन्हाई का आदी बना लिया,

हर दर्द को अपना दोस्त बना लिया।

भीड़ में होने से बेहतर है अकेले रहना,

कम से कम दिल तो सुकून में रहेगा।

Akela Attitude Shayari 

अकेले रहने वाले लोग कमजोर नहीं होते, बल्कि और भी मजबूत बनते हैं। अकेला एटीट्यूड शायरी (Akela Attitude Shayari in Hindi) में वही स्वाभिमान और आत्मनिर्भरता झलकती है।

अकेला हूँ मगर कमजोर नहीं,

खुद को साबित करने की ज़रूरत नहीं।

अकेले रहना मेरी कमजोरी नहीं,

यह मेरी सबसे बड़ी ताकत सही।

जो मुझे छोड़ गए, उनकी मुझे परवाह नहीं,

क्योंकि अकेलापन भी एक अलग ही शान सही।

अकेला हूँ मगर खुद्दारी से जीता हूँ,

किसी के एहसान की अब चाहत नहीं रखता हूँ।

अकेला हूँ मगर दिल बड़ा है,

अपने दर्द को भी खुद ही सहा है।

सुबह की चाय और शाम की राहत,

दोनों में ही बसता है सच्चा सुकून।

तन्हा हूँ मगर मायूस नहीं,

क्योंकि खुद की पहचान कर चुका हूँ।

अकेले चलने की आदत डाल ली,

क्योंकि लोग सिर्फ मतलब के साथी होते हैं।

अकेलेपन का ग़म नहीं मुझे,

अब यह मेरी पहचान बन चुकी है।

मुझे अकेला देखकर सोचते हैं कमजोर हूँ,

पर यह नहीं जानते, मैं खुद अपनी ताकत हूँ।

अकेले रहकर भी शेर की तरह जीता हूँ,

किसी से सहारा लेने की आदत नहीं रखता हूँ।

अकेले चलना मेरी फितरत बन गई,

क्योंकि भरोसा तो सिर्फ खुद पर करना सीखा है।

अकेले रहना आसान नहीं,

मगर इससे बेहतर कोई और राह भी नहीं।

जो अकेला चलना सीख जाता है,

वही खुद की दुनिया खुद बसाता है।

अकेले रहना मेरी पसंद बन गया,

क्योंकि मतलबी दुनिया में भरोसा कोई नहीं।

Akela Insaan Shayari 

कभी-कभी जिंदगी हमें ऐसे मोड़ पर ले आती है, जहां हम खुद को सबसे अलग पाते हैं। अकेला इंसान शायरी (Akela Insaan Shayari in Hindi) उन पलों को खूबसूरत अल्फाज देती है।

इस दुनिया में हर कोई किसी का होता है,

मगर मैं अकेला हूँ, मेरा कोई नहीं होता है।

अकेला इंसान जब दर्द सहना सीख जाता है,

तो फिर कोई भी उसे तोड़ नहीं सकता।

कोई अपना नहीं, कोई सहारा नहीं,

मैं खुद ही अपना रास्ता बना रहा हूँ।

अकेला इंसान सिर्फ अकेला नहीं होता,

उसके अंदर हज़ारों जज़्बात होते हैं।

अकेला इंसान सिर्फ अकेला नहीं होता,

उसके अंदर हज़ारों जज़्बात होते हैं।

जब अपने ही पराए हो जाते हैं,

तब अकेला इंसान सिर्फ खुद से बातें करता है।

भीड़ में रहकर भी खुद को तन्हा पाया,

जब अपनों से ठोकर खाई, तब अकेला पाया।

इंसान जब टूट जाता है,

तब वह अकेले रहना सीख जाता है।

लोग साथ होते हैं बस जरूरतों के लिए,

जब समय बदलता है, तो अकेला इंसान ही रह जाता है।

लोग साथ होते हैं बस जरूरतों के लिए,

जब समय बदलता है, तो अकेला इंसान ही रह जाता है।

अकेला इंसान दिल से बहुत मजबूत होता है,

क्योंकि वह अपने जख्मों का इलाज खुद करता है।

जब अपनों से ही धोखा मिलता है,

तब इंसान अकेला रहना सीख जाता है।

किसी के साथ की अब चाहत नहीं,

क्योंकि अकेलापन ही अब मेरा साथ निभाता है।

अकेला इंसान सबकी फिक्र करता है,

मगर उसकी फिक्र करने वाला कोई नहीं होता।

भीड़ में जब दर्द छुपाने लगे इंसान,

समझ लेना, वह अकेलेपन का आदी हो गया है।

Akelapan shayari image and DP

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Conclusion

अकेलापन हर किसी की ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा होता है, लेकिन इसे कैसे लिया जाए, यह हम पर निर्भर करता है। कुछ लोग अकेलेपन को कमजोरी समझते हैं, जबकि कुछ इसे अपनी ताकत बना लेते हैं। अकेलापन शायरी (Akelapan Shayari) दर्द, तन्हाई और आत्मनिर्भरता को दर्शाने का बेहतरीन तरीका है।

अगर आप भी अकेलेपन का सामना कर रहे हैं, तो अपनी भावनाओं को इन शायरियों के ज़रिए साझा करें। याद रखें, अकेलापन सिर्फ एक एहसास है, जो समय के साथ बदल जाता है।

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FAQs

अकेलापन शायरी (Akelapan Shayari) किसके लिए होती है?

यह उन लोगों के लिए होती है, जो तन्हाई, दर्द या आत्मनिर्भरता को महसूस कर रहे होते हैं और उसे शब्दों में बयां करना चाहते हैं।

Akela Shayari और Akelapan Shayari में क्या अंतर है?

“Akela Shayari” एक व्यक्ति के अकेलेपन को दर्शाती है, जबकि “Akelapan Shayari” पूरी भावना को समाहित करती है, जिसमें तन्हाई, दर्द और आत्मनिर्भरता शामिल होती है।

क्या अकेलापन सिर्फ दर्द देता है?

नहीं, अकेलापन कभी-कभी इंसान को और मजबूत बनाता है। यह आत्मनिर्भरता और आत्म-विश्लेषण का भी एक जरिया बन सकता है।

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